Thursday, February 11, 2010

हामिद अंसारी के हेलिपैड के लिए किसान का घर तोड़ा


धार. उपराष्ट्रपति हामिद अंसारी की शुक्रवार को मांडू यात्रा के दौरान उनका हेलिकॉप्टर एक किसान की जमीन पर उतरेगा। प्रशासन ने हेलिपैड बनाने के लिए न सिर्फ दो हेक्टेयर जमीन ली है, बल्कि किसान का घर भी तोड़ डाला है।
प्रशासन ने किसान के प्रति हमदर्दी जताते हुए उसे मकान बनाकर देने का वादा किया है, लेकिन उसके सामने सबसे बड़ा सवाल यह है कि तब तक वह अपने परिवार को कहां रखेगा। किसान उमराव के पास तीन हेक्टेयर से अधिक जमीन है। इसी पर २क् बाय ४क् का मकान बना था, जिसे तोड़ दिया गया है। उमराव का कहना है, ‘सरकार की कौन सरकार। उनका मन आया तो घर तोड़ दिया’।

Saturday, January 16, 2010

मैं और रोमांस चाहता हूं- अक्षय कुमार

01 सितम्बर 2009 इंडो-एशियन न्यूज सर्विसलंदन। अनेक मारधाड़ तथा दर्शकों को हंसा-हंसाकर लोटपोट कर देने वाली मनोरंजक फिल्मों में काम कर चुके हिन्दी सिनेमा के सितारे अक्षय कुमार इस तरह के किरदारों से ऊब गए हैं। अब वह कुछ रोमांटिक फिल्में करना चाहते हैं।पढ़ें: बीमार दीपिका की देखभाल कर रहे हैं अक्षय सीएनएन चैनल के कार्यक्रम ‘द स्क्रिनिंग रूम एक्स्ट्रा’ में मायलीन क्लास को दिए एक साक्षात्कार में उन्होंने कहा कि, "मैं और रोमांस चाहता हूं। वास्तव में, मैं मारधाड़ और हास्य फिल्मों से ऊब गया हूं। हां, अब मैं कुछ रोमांटिक फिल्में करना चाहता हूं और मैं आगे यही करने जा रहा हूं।"यद्यपि उनके प्रशंसकों ने उनकी ‘खिलाड़ी’, ‘मोहरा’ और ‘खिलाड़ियों का खिलाड़ी’ जैसी मारधाड़ फिल्मों और ‘हेरा फेरी’, ‘मुझसे शादी करोगी’, ‘वेलकम’ और ‘सिंह इज किंग’ जैसी हास्य फिल्मों को खूब पसंद किया है।"पढ़ें: अक्षय अब सोनम के साथ इश्क लड़ाएंगे मैं अब तक कई हास्य फिल्में कर चुका हूं और मैं नहीं जानता। कभी-कभी कोई अभिनेता इस बात को लेकर बहुत संवेदनशील होता है कि वह क्या कर रहा है और आगे वह क्या करना चाहता है। मैं जानता हूं कि हास्य मेरे बहुत काम आई है।"1991 में हिन्दी सिनेमा में कदम रखने वाले अभिनेता का कहना है कि, "पहले जब मैं मारधाड़ फिल्में करता था, हास्य के विषय में बिल्कुल भी नहीं सोचता था। बाद में मैंने ऐसी फिल्में कीं और उनमें मुझे काफी हद तक सफलता भी मिली। मैंने पूरी तरह रोमांटिक फिल्म कभी नहीं की। आठ साल पहले मैंने ‘धड़कन’ में काम किया था। लेकिन अब फिर मैं कम से कम दो या तीन रोमांटिक फिल्में करना चाहता हूं।" पढ़ें: मैं हॉलीवुड क्यों जाऊं- अक्षय कुमार

अक्षय के स्‍टंट पर पानी फिरा


16 सितम्‍बर 2009 इंडो-एशियन न्यूज सर्विससुभाष के. झामुंबई। अभिनेता अक्षय कुमार द्वारा रियलिटी कार्यक्रम ‘फियर फैक्टर 2’ के लिए सभी महिला प्रतिभागियों के साथ विस्फोटक स्टंट की योजना निर्थक साबिक हो गई है। सोमवार की दोपहर हुई मूसलाधार बारिश के बाद मुकेश मिल का वह पूरा छज्जा टूट कर बह गया, जहां से अक्षय 30 फीट गहरी खाई में कूदने का स्टंट करने वाले थे।

अक्षय को ‘स्टंटमैन’ की उपाधि मिली


22 सितम्बर 2009 आईबीएन-7 खिलाड़ियों के खिलाड़ी, खतरों के खिलाड़ी अक्षय कुमार को न जाने किन-किन उपाधियों से नवाजा गया है। अक्षय कुमार ने आगामी फिल्म ‘ब्लू’ में पानी के अंदर कई स्टंट किए हैं और इसलिए उन्हें अब ‘स्टंट मैन’ कहा जाता है।

अक्षय कुमार

अक्षय कुमार ( हिन्दी: अक्षय कुमार; पंजाबी: ਅਕਸ਼ੈ ਕੁਮਾਰ, राजीव हरी ओम भाटिया, 9 सितम्बर (September 9), 1967 में जन्म लिए ) एक भारतीय बोलीवुड फ़िल्म अभिनेता हैं.वे 80 से अधिक हिन्दी फिल्मों में काम कर चुके हैं.
90 के दशक में, [१]हिट एक्सन फिल्मों जैसे खिलाडी (Khiladi) ( 1992 ), मोहरा (Mohra) ( 1994 ) और सबसे बड़ा खिलाड़ी (Sabse Bada Khiladi) (1995 ) में अभिनय करने के कारण, कुमार को बोलीवुड का एक्सन हीरो की संज्ञा दी जाती थी, और विशेषतः वे "खिलाड़ी श्रेणी" के लिए जाने जाते थे.फिर भी, वह रोमांटिक फिल्मों जैसे ये दिल्लगी (Yeh Dillagi) ( 1994 ) और धड़कन (Dhadkan) ( 2000 ) में अपने अभिनय के लिए सम्मानित किए गए और साथ ही साथ ड्रामेटिक फिल्मों जैसे एक रिश्ता (Ek Rishtaa) ( 2001 ), में अपनी अभिनय क्षमता को दिखाया.
2002 में, वे अपना पहला फ़िल्मफेयर पुरस्कार सर्वश्रेष्ठ विलेन (Best Villain) के रूप में फ़िल्म अजनबी (Ajnabee) ( 2001 ) में अपने अभिनय के लिए. अपनी एक सी इमेज को बदलने के इच्छुक अक्षय कुमार ने ज्यादातर कोमेडी फिल्में की.[१]फ़िल्म हेरा फेरी (Hera Pheri) (2002), मुझसे शादी करोगी (Mujhse Shaadi Karogi) (2004), गरम मसाला (Garam Masala) (2005) और जान-ए-मन (Jaan-E-Mann) (२००६) में हास्य अभिनय के लिए फ़िल्म समीक्षकों द्वारा उनकी प्रशंसा की गई. 2007 में वे सफलता की उचाईयों को चुने लगे, जब उनके द्वारा अभिनीत चार लगातार कामर्सियल फिल्में हिट हुई.इस तरह से, वे अपने आपको हिन्दी फ़िल्म उद्योग में एक प्रमुख अभिनेता के रूप में स्थापित किया.[२]
अनुक्रम[छुपाएँ]
१ प्रारंभिक जीवन
२ कैरियर
३ निजी जीवन
४ पुरस्कार और नामांकन
५ संदर्भ
६ बाहरी लिंक्स
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[संपादित करें] प्रारंभिक जीवन
रवि हरी ओम भाटिया अमृतसर (पंजाबी) के एक मध्यम वर्ग (middle class) पंजाबी (Punjabi) परिवार काम जन्म लिए.[३]उसके पिता एक सरकारी कर्मचारी the.बहुत ही चोटी उम्र से ही, वे एक कलाकार के रूप में जाने गए, विशेषतः एक डांसर के रूप में. मुंबई आने से पहले, कुमार दिल्ली के चाँदनी चोक (Chandni Chowk) में एक पड़ोसी के घर पले बढे.[४]मुंबई में, वे कोलीवाडा (Koliwada) में रहते थे जो एक पंजाबी बहुल क्षेत्र था.[४]वे डोन बोस्को विद्यालय में पढाई किए और फ़िर खालसा कोलेज में, जहाँ वे खेल में अपनी रूचि दिखाई.[४]
वे मार्सल आर्ट्स (martial arts) की शिक्षा बेंगकोक में प्राप्त किया और वहां एक शेफ (Chef) की नौकरी भी करते थे. वे फ़िर मुंबई वापस आ गए, जहाँ वे मार्सल आर्ट्स की शिक्षा देने लगे.उनका एक विद्यार्थी जो एक फोटोग्राफर था और उन्हें मोडलिंग करने कहा.उस विद्यार्थी ने उन्हें एक चोटी कंपनी में एक मोडलिंग असयांमेंट दिया.उन्हें केमरे के सामने पोज देने के लिए, दो घंटे के 5,000 रुपये मिलते थे, पहले की सेलरी 4000 रुपये प्रति महीने की तुलना में.यह एक बहुत ही महत्वपूर्ण कारण था कि वे क्यों मोडल बने.मोडलिंग करने के दो महीने बाद, कुमार को प्रमोद चक्रवर्ती ने अंततः अपनी फ़िल्म दीदार (Deedar) में अभिनय करने का मौका दिया.[४]
[संपादित करें] कैरियर
कुमार बोलीवुड में अभिनय की शुरुवात 1991 की फ़िल्म सौगंध (Saugandh) से की, जो सराहा नही गया.उनकी पहली प्रमुख हिट 1992 की थ्रिलर फ़िल्म खिलाड़ी (Khiladi) थी. 1993 का वर्ष उनके लिए अच्छा नही रहा क्योंकि उनकी अधिकतर फ़िल्म फ्लॉप हो गई.फ़िर भी, 1994 का वर्ष कुमार के लिए बेहतरीन वर्ष रहा जिसमें खिलाड़ी के साथ मैं खिलाड़ी तू अनाड़ी (Main Khiladi Tu Anari) और मोहरा (Mohra) जो साल का सार्वाधिक सफल फिल्मों में से था.[५]बाद में, यश चोपडा ने उन्हें रोमांटिक फ़िल्म ये दिल्लगी (Yeh Dillagi) में लिया जो एक सफल फ़िल्म थी.[५]उन्हें इस फ़िल्म के लिए सराहना मिली, जिसमें वे एक रोमांटिक किरदार में थे जो बहुत ही अलग था उनके एक्सन किरदार से.उन्हें फ़िल्मफेयर और स्टार स्क्रीन उत्सवों में सर्वश्रेष्ठ अभिनेता के लिए पहला नोमिनेशन मिला.ये सारी उपलब्धियां, कुमार को उस साल का सफलतम अभिनेता बना दिया.[६]
1995 में, अपनी असफल फिल्मों के साथ, वे खिलाड़ी श्रेणी के तीसरी फ़िल्म सबसे बड़ा खिलाड़ी (Sabse Bada Khiladi) में अभिनय किया, जो एक हिट थी.[७]वे खिलाड़ी श्रेणी के सभी फिल्मों में सफल रहे, और फ़िर बाद के वर्ष में खिलाड़ी टायटल के साथ फ़िल्म खिलाड़ियों के खिलाड़ी (Khiladiyon Ka Khiladi) में अभिनय किया जिसमें उनके साथ रेखा और रवीना टंडन (Raveena Tandon) थी.यह फ़िल्म उस साल का सर्वाधिक सफल फ़िल्म रही.[८]
1997 में, यश चोपडा की हिट फ़िल्म दिल तो पागल है (Dil To Pagal Hai) में मेहमान कलाकार की भूमिका निभाई, जिसके लिए उन्हें सर्वश्रेष्ठ सहायक कलाकार के लिए फिल्मफेयर पुरस्कार में नामांकन हुआ.उसी साल, वे खिलाड़ी श्रेणी के पांचवें फ़िल्म मिस्टर एंड मिसेस खिलाड़ी (Mr and Mrs Khiladi) में हास्य भूमिका में नजर आए.खिलाड़ी टायटल के साथ उनकी पिछली फिल्मों की तरह, यह फ़िल्म हिट नही हुई.[९]और इस तरह इस फ़िल्म की तरह, उनका अगला खिलाड़ी नाम से रिलीज सारी फिल्में आने वाले साल में बॉक्स ऑफिस पर फ्लॉप होते चला गया. 1999 में, कुमार को फ़िल्म संघर्ष (Sangharsh) और जानवर (Jaanwar) में उनके किरदार के लिए अच्छी सराहना मिली.जबकि पहली फिल्में बॉक्स ऑफिस पर फायदा नहीं कमा सकी, पर बाद में उन्हें सफलता मिली.[१०]
2000 में कोमेडी फ़िल्म हेरा फेरी (Hera Pheri) (2000)में अभिनय किया जो हर लिहाज से सफल रही,[११] और इस फ़िल्म में उन्होंने अपने आपको एक एक्शन और रोमांटिक भूमिकाओं की तरह एक सफल कोमेडी रोल भी अच्छी तरह निभाया.उन्होंने रोमांटिक फ़िल्म धड़कन (Dhadkan) में भी काम किया और बाद में उसी साल उसे काफ़ी सफलता मिली.[११]2001 में, फ़िल्म अजनबी (Ajnabee) में कुमार ने एक नकारात्मक किरदार निभाया. उनकी फ़िल्म को काफी सराहा गया तथा बेस्ट विलेन (Best Villain) के लिए पहला फ़िल्मफेयर पुरस्कार मिला.
हेरा फेरी की सफलता के बाद अक्षय कुमार ने कई कोमेडी फिल्मों में काम किया, जिनमें शामिल हैं आवारा पागल दीवाना (Awara Paagal Deewana) (2000), मुझसे शादी करोगी (Mujhse Shaadi Karogi) (2004) और गरम मसाला (Garam Masala) (2005).यह फ़िल्म बॉक्स ऑफिस पर बेहद सफल रही और उनके अभिनय के लिए उन्हें सर्वश्रेष्ठ हास्य कलाकार (Best Comedian) का दूसरा फिल्मफेयर पुरस्कार मिला.[१२][१३]
अपनी एक्शन, कोमेडी और रोमांटिक भूमिकाओं के अलावा कुमार ने ड्रामाई रोल भी बखूबी निभाये जैसे कि एक रिश्ता (Ek Rishtaa) (2001), आँखें (Aankhen) (2002), बेवफा (Bewafaa) (2005) और Waqt: The Race Against Time (2005).
२००६ में वे हेरा फेरी टायटल से बनी दूसरी फ़िल्म फ़िर हेरा फेरी (Phir Hera Pheri) में अभिनय किया. पिछले फ़िल्म की तरह, यह फ़िल्म बॉक्स ऑफिस में सफल हुई.[१४]बाद में उसी वर्ष सलमान खान के साथ रोमांटिक संगीत फ़िल्म जान-ए-मन (Jaan-E-Mann) में अभिनय किया. इस फ़िल्म का बेसब्री से इंतजार था और आलोचकों से अच्छा रिव्यू मिलने के बावजूद यह बॉक्स ऑफिस पर अच्छा प्रदर्शन नहीं कर सका.[१४]फ़िल्म तो अच्छा प्रदर्शन नहीं कर सकी परन्तु एक शर्मीले और प्यारे व्यक्ति के रूप में उनकी तारीफ़ की गई.[१५]वे यह वर्ष हास्य फ़िल्म भागम भाग (Bhagam Bhag) से समाप्त किए, जो सफल रही.[१४] उसी साल, गर्म 2006 विश्व भ्रमण किया जिसमें सैफ अली खान, प्रीति जिंटा, सुष्मिता सेन और सेलिना जेटली (Celina Jaitley) साथ थे.[१६]
वर्ष 2007 अक्षय कुमार के लिए उनके कैरियर का इंडस्ट्री में सबसे ज्यादा सफल वर्ष रहा और बॉक्स ऑफिस के विश्लेषकों ने "शायद एक अभिनेता के लिए चार सीधे हित और बिना किसी फ्लॉप के शानदार वर्ष रहा.[२] उनकी पहली रिलीज, नमस्ते लन्दन (Namastey London), आलोचनात्मक दृष्टि व कामर्सियल दृष्टि से सफल रही.आलोचक तरन आदर्श (Taran Adarsh) ने फ़िल्म में उनके प्रदर्शन के बारे लिखा कि वे निश्चित रूप से फ़िल्म देखने लाखों दर्शकों का मन अपनी इस फ़िल्म के जरिये लेंगे."[१७] उनकी दो अगली रिलीज हे बेबी (Heyy Babyy) और भूल भुलैया (Bhool Bhulaiyaa) दोनों बॉक्स ऑफिस पर सुपर हिट हुई.[१८][१९] वर्ष का कुमार के लिए आखिरी रिलीज वेलकम (Welcome) थी जो बॉक्स ऑफिस पर अच्छा प्रदर्शन किया, ब्लोकबस्टर का अवसर मिला तथा साथ में वे पांचवीं लगातार हिट फ़िल्म देने वाले हीरो बन गए.[२०]उस वर्ष कुमार की जितनी भी फिल्में रिलीज हुई वह विदेशी बाजार में भी अच्छा किया.[२१]
[संपादित करें] निजी जीवन
बोलीवुड में रहने के दौरान, कुमार को अपने साथ काम करने वाली कई अभिनेत्रियों के साथ जोड़ा गया जैसे रवीना टंडन (Raveena Tandon), रेखा और शिल्पा शेट्ठी (Shilpa Shetty). जाने माने कलाकार राजेश खन्ना और डिम्पल कपाडिया (Dimple Kapadia) की बेटी ट्विंकल खन्ना (Twinkle Khanna) से दो बार इंगेज होने के बाद अंत में उन्होंने 14 जनवरी, 2001 में शादी कर ली. उनके बेटे का नाम आरव है जो १५ सितम्बर (September 15), २००२ में जन्म लिया.
वर्ष 2007 में, मुंबई के एक जाने माने टेबलोयद समाचार पात्र ने एक ख़बर छापी कि उनकी पत्नी उन्हें छोड़ कर चली गई है और वे घर से बाहर निकल गायें हैं व एक होटल में रह रहे हैं.[२२] 26 जुलाई (July 26), 2007 को पति पत्नी ने टेबलोयद को एक कानूनी नोटिस भेजा, जिसमें यह बताया गया कि यह अपवाह झूटी थी.कुमार ने कहा:

America's greenest tower


One Bryant Park nears completion
The new corporate headquarters for the Bank of America located at One Bryant Park in Midtown Manhattan is nearing completion. Designed by New York architect Cook + Fox, the 52 storey glass and steel tower will be the first high rise building in the city to be LEED Platinum certified and the greenest skyscraper in the country.
Located on the largest development site in Midtown Manhattan, the Bank of America Tower will house the 1.6 million sq ft headquarters for the New York operations of Bank of America and the 50,000 sq ft restored and reconstructed Henry Miller Theater, as well as 1 million sq ft of office space for other tenants. The $1 billion project, co-developed by Bank of America and The Durst Organization, will rise adjacent to the Condé Nast Building at Four Times Square.
The building is noteworthy for its pioneering integration of high-performance environmental technologies. The building’s sustainable features include a floor to ceiling high performance glass curtain wall, an advanced under-floor air delivery system and an on site cogeneration plant which works in concert with an ice-storage system to reduce energy demands. The tower will also capture and reuse nearly all rainwater and wastewater, saving millions of gallons of clean water each year.
The building’s faceted crystal form lets daylight reach the street, while capturing and refracting the changing angles of the sun. In contrast to its sleek exterior the base of the building locks into the urban fabric with natural, earth-bound elements that relate to the human scale of the street. Like a front porch, an Urban Garden Room at the corner of Sixth Avenue and 43rd Street will provide public space and act as an extension of Bryant Park.
Sharon McHughUS Correspondent

ब्रिटेन में सिंगल मदर्स में डिप्रेशन ज्यादा


जयपुर। यूरोपियन देशों में टीनएज प्रेग्नेसी और सिंगल मदर की संख्या ज्यादा होने के कारण डिप्रेशन के केसो में इजाफा हो रहा है। इन देशों में ब्रिटेन का पहला नंबर है। ब्रिटेन में चौदह से सोलह साल की उम्र में बच्चे आत्मनिर्भर बन रहे हैं। घर से अलग रहने और फैमिली का सपोर्ट नहीं मिलने पर टीनएज प्रेग्नेसी सामान्य बात बनती जा रही है। इसकी वजह से सिंगल मदर का कंसेप्ट भी वहां ट्रेंड में आया है। कम उम्र में सिंगल मदर बनना और बच्चे की उचित देखभाल नहीं कर पाने के कारण मां और बच्चे डिप्रेशन से ग्रसित रहते हैं। इंडियन साइकैट्रिक सोसाइटी की ओर से आयोजित इंडो- ग्लोबल साइकैट्रिक इनिशिएटिव मीटिंग में भाग लेने आए यूके के मनोचिकित्सक डॉ. आनंद रामकृष्णनन ने यह जानकारी दी। भास्कर से मुलाकात में उन्होंने कहा कि आजकल फैमिली का सपोर्ट नहीं मिल पाना डिप्रेशन की मुख्य वजह बनता जा रहा है। यूरोपियन कंट्रीज में इसे गंभीरता से नहीं लिया जा रहा है। जबकि इंडिया में वेेस्टर्न कल्चर को फोलो करने के बाद भी फैमिली और कल्चर वैल्यूज को महत्व दिया जाता है। इस मीटिंग में साइकोसिस के क्षेत्र में होने वाली नई रिसर्च पर भी चर्चा हुई। जयपुर के डॉ. शिव गौतम ने कहा कि कैंसर और डिप्रेशन का भी सीधा संबंध होता है। आज भी इंडियंस कैंसर को सहजता से स्वीकार कर लेते हैं। लेकिन अन्य देशों में इसे सहज भाव से स्वीकार नहीं किया जाता है। इसी कारण वेस्टर्न लोगों में डिप्रेशन ज्यादा देखा जाता है।